tag:blogger.com,1999:blog-8124691886035494974.post2675504990081444380..comments2023-05-11T13:08:31.242+05:30Comments on देखा जाएगा: नाइट क्लब में डांस पे चांस....राहुल यादवhttp://www.blogger.com/profile/17584554814410271031noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-8124691886035494974.post-51718416769035983432009-12-09T22:15:41.731+05:302009-12-09T22:15:41.731+05:30लेख पसंद करने के लिए सभी को धन्यवाद। खैर जो मैं कह...लेख पसंद करने के लिए सभी को धन्यवाद। खैर जो मैं कहना चाहता था वह खुलकर कह तो सका, लेकिन जिन लोगों ने टिप्पणी न देकर मुझे फोन पर बधाई दी, उन्होंने एक बात और कही। वह यह कि लेख का अंत हिन्दी फिल्मांे की तरह हो गया। लेख का सुखद अंत करने की कोई जरूरत नहीं थी। हो सकता है कि मैंने अपनी छवि सुधारने के बावस्ता सब कुछ छोड़ने के बात लिख दी हो। लेकिन ज्यादातर लोगों को यह पसंद नहीं आई। खासकर मेरा लेख लिखने के पीछे नाइट क्लब की जिंदगी उजागर करने और एक टूट चुके रिश्ते की फितरत तय करने की कोशिश थी। मैं कितना सफल हुआ नहीं जानता।राहुल यादवhttps://www.blogger.com/profile/17584554814410271031noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8124691886035494974.post-4215059489450737962009-12-08T22:38:01.965+05:302009-12-08T22:38:01.965+05:30राहुल, मेरे भाई बहुत अच्छे टापिक पर लिखा है। जिंदग...राहुल, मेरे भाई बहुत अच्छे टापिक पर लिखा है। जिंदगी का मजा तो पीने में ही है। एक बार पी ली तो क्या हुआ। सुंदरियों के साथ मौज-मस्ती जरूरी है लेकिन संभलकर। खैर, मैं बहुत कुछ नहीं कह सकता, इतन अवश्य कह सकता हूं कि बहकना चाहिए लेकिन थोडा संभलकर। मेरी शुभकामनाएं हैं ऐसे ही मारवेलस तरीके से लिखते रहो।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00244537471857098828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8124691886035494974.post-48823942622346018322009-12-08T12:05:52.338+05:302009-12-08T12:05:52.338+05:30chachu satyug mein tha sur sura sundri aur kalyug ...chachu satyug mein tha sur sura sundri aur kalyug mein hein sharab shabab kabab so chachu dance pe chance mar le truly i ipressed your thoughts and feelings no one can think such these things os like your writing skill. so carry on chachuAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/08481378443521595160noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8124691886035494974.post-85707362196586848032009-12-07T19:09:03.255+05:302009-12-07T19:09:03.255+05:30वाह जनाब पीना शुरू भी कर दी और छोड़ भी दी। क्या जरू...वाह जनाब पीना शुरू भी कर दी और छोड़ भी दी। क्या जरूरत है इतनी जल्दी छोड़ने की। जब पीना शुरू कर ही दिया है तो जरा लुत्फ लेकर ही तौबा करते। अपने दोस्त की तरह तुम्हें तो अब डर भी नहीं। घर वालों को बताना पड़ेगा लड़का जवान की दहलीज पर कुलांचे मारने लगा है।<br />खैर जिस साहस के साथ सब कुछ लिख डाला है। मुरीद हो गए। रिश्तों को पकड़कर मत बैठो। जिन्हें निभना होता है वह टूटते नहीं। और जो टूट जाते हैं उनकी यही नियति होती। शुक्र करो जल्दी मुक्ति मिली। वरना जूझते रहते।Unknownhttps://www.blogger.com/profile/18220890474869088749noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8124691886035494974.post-75016003489501842422009-12-07T16:31:27.385+05:302009-12-07T16:31:27.385+05:30राहुल तुम्हारे लेख पढ़ने का हमें इंतजार रहता है। इस...राहुल तुम्हारे लेख पढ़ने का हमें इंतजार रहता है। इस लेख के जरिए तुमने देर रात क्लब में होने वाली गतिविधियों का जो सजीव चित्रण किया है, वह काबिले तारीफ है। आगे भी मजेदार विषयों पर लिखो हमें इंतजार रहेगा।Prerna Sharmahttps://www.blogger.com/profile/13711455507035043215noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8124691886035494974.post-41100211761685812009-12-07T16:22:48.881+05:302009-12-07T16:22:48.881+05:30बहुत कुछ पहना था मगर फिर भी बहुत कुछ दिख रहा था, ब...बहुत कुछ पहना था मगर फिर भी बहुत कुछ दिख रहा था, बेहतरीन लाइन। रिश्तों को लंबे खींचने वालों के लिए क्लब नहीं होते। क्लब शाश्वत हैं, सदस्य बदलते रहते हैं। इसलिए उनका नाम क्लब है। मस्ती कर ली बहुत हुआ। दिमाग चलाओगे सुखी रहोगे दिल चलाओगे दुखी रहोगे। जाने से पहले कह देना।<br />मौज की, सैर की, घूमे फिरे शाद रहे,<br />चलते हैं ए जहां वाले दुनिया तेरी आबाद रहे।मधुकर राजपूतhttps://www.blogger.com/profile/18175900220847414275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8124691886035494974.post-21469131520805069372009-12-06T20:21:44.566+05:302009-12-06T20:21:44.566+05:30wakai apne is topic ke jariye hitek nagro ki raat ...wakai apne is topic ke jariye hitek nagro ki raat ki rangeen hakikat to dikhiya hai. sabdo ka prayog ghajab hai. likhne ke liye subject kaffi accha chuna. ek taraf jaha ladkiyon ke sharab ke nashe me ghoomta sarir ke bare me likha to vahi dusri taraf aise raato me hone wali paise ki barbadi ko bhi bahu aache se likha. bahut acchaAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/04928803397254676952noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8124691886035494974.post-82354172984605096382009-12-06T17:27:20.914+05:302009-12-06T17:27:20.914+05:30wah maja aa gaya, hamare office me bhi kuch aise l...wah maja aa gaya, hamare office me bhi kuch aise log haiBIJAY MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/02948435487788390550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8124691886035494974.post-19247803979339341132009-12-06T17:06:09.198+05:302009-12-06T17:06:09.198+05:30भाई आपने जाना छोड़ दिया तो क्या ? हमें तो भेज सकते ...भाई आपने जाना छोड़ दिया तो क्या ? हमें तो भेज सकते हैं। एक मौका हमें भी दिला दो। सुरा और सुंदरियों के बीच थिरकने का। वैसे लाजवाब लिखा है। और जिस साहस से लिखा है बधाई के पात्र हैं।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8124691886035494974.post-64787568848415533772009-12-06T17:02:47.526+05:302009-12-06T17:02:47.526+05:30राहुल भाई वाकई गजब का टाॅपिक है और उसको प्रस्तुत क...राहुल भाई वाकई गजब का टाॅपिक है और उसको प्रस्तुत करने का अंदाज भी बेमिसाल है। वैसे में अपकी लेखनी से पहले ही प्रभावित हों, आप ऐसा ही लिखते रहे मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं ।Bishan Papolahttps://www.blogger.com/profile/03323357300855323355noreply@blogger.com