आज खुशियां हैं इतनी कि गम हैं जुदा
उन से मिलकर हमको ऐसा लगा
नींद आए न रातों को अब
चैन मिलता नहीं उनको देखे बिना
वो मेरा हमसफ़र मेरा साथी बने
उम्र भर रब से बस ये ही मांगू दुआ
लाख कोशिश की हमने न दें दिल उन्हें
नासमझ, बेखबर उनका ही हो चला
दिल की दुनिया मेरी उनसे जन्नत हुई
प्यार उनका मिला शुक्रिया ये खुदा
शुक्रवार, 12 सितंबर 2008
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1 टिप्पणी:
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